इन सूनी सूनी आँखों को बस सही मदद का इंतजार है। इन सूनी सूनी आँखों को बस सही मदद का इंतजार है।
वो जिंदगी ही क्या, जिसमें मुश्किलें और मुसीबतें ना आये। वो जिंदगी ही क्या, जिसमें मुश्किलें और मुसीबतें ना आये।
पर कलम उठते नहीं, कलम में दवात भरा नहीं, दिल मे है जो बात वो, पर कलम उठते नहीं, कलम में दवात भरा नहीं, दिल मे है जो बात वो,
कलम थी जानी पहचानी, फिर याद आयी पुरानी कहानी। कलम थी जानी पहचानी, फिर याद आयी पुरानी कहानी।
फिर बिखेर दे उन रंगों को जीवन में अपने, जो रूह आज़ाद है तेरी। फिर बिखेर दे उन रंगों को जीवन में अपने, जो रूह आज़ाद है तेरी।
जो ज़बां न कह पाई, आँखों ने बोल दिया। जो ज़बां न कह पाई, आँखों ने बोल दिया।